GT America Devanagari

Family overview
  • Ultra Light
  • Thin
  • Light
  • Regular
  • Medium
  • Bold
  • Black
  • Ultra Light
    एक लीटर छाछ में लगभग २०० ग्राम बाजरे का आटा मिलाकर आग पर चढावें और धीरे धीरे लकड़ी के चाटू से हिलाते रहें. जब यह गाढी हो जाए और उफनने लगे तब नीचे उतार कर स्वाद के अनुसार नमक मिलावें. यदि गाढी ज्य्य्यादा हो जाए तो इसमें ठंडा छाछ और मिलावें
  • Thin
    चांदी तत्व का एक बड़ी मात्रा में सेवन अर्जीरिया का कारण बन सकता है, लेकिन वर्क में इसकी बहुत ही कम मात्रा होने के कारण इसे शरीर के लिए हानिकारक नहीं माना जाता। वरक़ बनाने के लिए चांदी को पीट पीट कर एक चादर में ढाला जाता है और इसकी मोटाई मात्र कुछ माइक्रोमीटर ही रह जाती है।
  • Light
    वरक़ बनाने के लिए चांदी को पीट पीट कर एक चादर में ढाला जाता है और इसकी मोटाई मात्र कुछ माइक्रोमीटर ही रह जाती है। इसे सहेजने के लिए इसे कागज की परतों के बीच रखा जाता है और इसे उपयोग से पहले इन कागजों मे से निकाला जाता है। यह बहुत ही नाज़ुक होता है और छूने पर छोटे छोटे टुकड़ों में टूट जाता है।
  • Regular
    जब चाशनी में उबाल आ जाए और सारी चीनी पानी में अच्छे से घुल जाए तो उसके बाद इसे १-२ मिनट तक और पकायें। फिर चाशनी के घोल में से १-२ बूंदे लेकर प्लेट में टपकाएं और अंगूठे व उंगली के बीच चिपका कर देखें। यदि चाशनी उंगली व अंगूठे के बीच चिपक रही हो तो समझिये की वह बन गई है और यदि ना चिपके तो उसे थोड़ा और पकाए।
  • Medium
    चांदी को खाया जा सकता है हालांकि, यह पूर्णतया स्वादविहीन होती है। चांदी तत्व का एक बड़ी मात्रा में सेवन अर्जीरिया का कारण बन सकता है, लेकिन वर्क में इसकी बहुत ही कम मात्रा होने के कारण इसे शरीर के लिए हानिकारक नहीं माना जाता।
  • Bold
    चिक्की सामान्य रूप से मूँगफली और गुड़ से बनी पारम्परिक भारतीय मिठाई (भंगुर) है। चिक्की कई प्रकार की होती है, जो पूरे भारत में बहुत प्रसिद्ध है। चिक्की एक स्नैक अर्थात अल्पाहार की श्रेणी में आती है जिसे मुख्य रूप से मूँगफली और गुड़ द्वारा बनाई जाती है।
  • Black
    खीर एक प्रकार का मिष्टान्न है जिसे चावल को दूध में पका कर बनाया जाता है। खीर को पायस भी कहा जाता है। 'खीर' शब्द, 'क्षीर' (= दूध) का अपभ्रंश रूप है। जो इसकी एक अलग मिठास देता है। इसकी खुशबू और स्वाद लोगों को मुग्ध करते हैं और उनके मुंह में पानी आ जाता है।
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Typeface information

GT America Devanagari is the missing bridge between 19th century American Gothics and 20th century European Neo-Grotesk typefaces, built from the ground up as a sturdy workhorse.

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Latin: Identical to GT America

Devanagari: Apabhramsha, Angika, Awadhi, Bajjika, Bhili, Bhojpuri, Basic Sanskrit, Boro, Braj, Chhattisgarhi, Dogri, Garhwali, Haryanvi, Hindi, Kashmiri, Khandeshi, Konkani, Kumaoni, Magahi, Maithili, Marathi, Marwari, Mundari, Nagpuri, Newari, Nepali, Pāli, Pahari, Prakrit, Rajasthani, Santali, Saraiki, Sherpa, Sindhi, Surjapuri

Typeface Minisite
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